गर्मी की छुट्टियों का इंतजार हर छात्र और अभिभावक को होता है। इस बार देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू के कारण स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां 15 दिन और बढ़ा दी गई हैं। शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है कि अब स्कूल जुलाई के पहले सप्ताह में खुलेंगे। इसका मतलब यह है कि बच्चों को और अधिक दिन घर पर आराम करने और खेलने का मौका मिलेगा।
इस फैसले से छात्र, अभिभावक और शिक्षक तीनों को राहत मिली है। आइए जानते हैं इस फैसले के पीछे की वजहें, किन राज्यों में लागू किया गया है और स्कूल अब कब खुलेंगे।
गर्मी का कहर बना वजह
इस साल देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी भारत के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार और शिक्षा विभाग ने यह बड़ा फैसला लिया है।
विशेषज्ञों के अनुसार लू और तेज धूप में बच्चों के हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए छुट्टियां बढ़ाना एक आवश्यक कदम माना गया।
किन राज्यों में स्कूल की छुट्टियां बढ़ी हैं
देश के कई राज्यों ने अपने-अपने स्तर पर स्कूलों की गर्मी की छुट्टियों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। कुछ प्रमुख राज्यों की स्थिति इस प्रकार है:
उत्तर प्रदेश: अब स्कूल 1 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे। पहले ये 16 जून से खुलने वाले थे।
बिहार: छुट्टियां बढ़ाकर 5 जुलाई 2025 तक कर दी गई हैं। सभी सरकारी और निजी स्कूलों को इसका पालन करने का निर्देश है।
राजस्थान: राज्य सरकार ने आदेश जारी कर स्कूलों को 30 जून तक बंद रखने को कहा है।
दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश और हरियाणा: इन राज्यों में भी गर्मी का स्तर देखते हुए स्कूल जुलाई के पहले सप्ताह तक बंद रह सकते हैं। कुछ राज्यों में अंतिम निर्णय मौसम के हालात के अनुसार लिया जाएगा।
स्कूल खुलने की नई संभावित तारीखें
राज्य | नई स्कूल खुलने की तारीख |
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उत्तर प्रदेश | 1 जुलाई 2025 |
बिहार | 5 जुलाई 2025 |
राजस्थान | 30 जून 2025 |
दिल्ली | 1 जुलाई 2025 (संभावित) |
मध्य प्रदेश | 1 जुलाई 2025 (संभावित) |
झारखंड | 1 जुलाई 2025 (संभावित) |
हालांकि, निजी स्कूलों के लिए यह तिथियां अलग हो सकती हैं। अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बच्चों के स्कूल की वेबसाइट या कार्यालय से संपर्क कर जानकारी प्राप्त करें।
किस प्रकार के स्कूलों पर लागू होगा आदेश
यह आदेश राज्य के सभी प्रकार के स्कूलों पर लागू है:
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सभी सरकारी स्कूल
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सहायता प्राप्त (Aided) स्कूल
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निजी स्कूल (जो राज्य सरकार के निर्देश मानते हैं)
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CBSE और ICSE से संबद्ध स्कूल (राज्य सरकार की अधिसूचना मानने वाले)
इसका उद्देश्य बच्चों को गर्मी के दौरान सुरक्षित रखना है, चाहे वे किसी भी बोर्ड या वर्ग में पढ़ रहे हों।
अभिभावकों और बच्चों की प्रतिक्रियाएं
छुट्टियां बढ़ने से बच्चों में खुशी की लहर है। वहीं अभिभावक भी सरकार के फैसले से संतुष्ट नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों की सेहत सबसे पहले है। इतनी गर्मी में उन्हें स्कूल भेजना जोखिम भरा हो सकता है।
कुछ निजी स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास या होमवर्क की सुविधा शुरू कर दी है ताकि छात्रों की पढ़ाई पर असर न पड़े।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
गर्मी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को खासकर बच्चों के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
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दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बच्चों को बाहर न जाने दें
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हल्के और सूती कपड़े पहनाएं
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बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी और तरल पदार्थ दें
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छाया में खेलना सुनिश्चित करें
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अधिक तेल-मसाले वाले भोजन से बचें
इन सुझावों का पालन करने से बच्चों को गर्मी से राहत मिल सकती है और बीमारियों का खतरा भी कम होगा।
छुट्टियों में बच्चों को कैसे रखें व्यस्त
लंबी छुट्टियों के दौरान बच्चों को केवल टीवी या मोबाइल में व्यस्त रखना सही नहीं है। कुछ रचनात्मक उपाय अपनाकर छुट्टियों को सीखने और मनोरंजन दोनों का माध्यम बनाया जा सकता है:
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हर दिन 1-2 घंटे पढ़ाई करवाएं
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चित्रकारी, गायन, कहानी लेखन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दें
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पजल और माइंड गेम्स से मानसिक विकास करें
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घर के छोटे-मोटे कामों में भागीदारी सिखाएं
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योग या हल्का व्यायाम नियमित करवाएं
इससे बच्चों का समय भी सही तरीके से बीतेगा और वे कुछ नया सीख पाएंगे।
निष्कर्ष
देश में गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार और शिक्षा विभाग ने एक सकारात्मक और सराहनीय निर्णय लिया है। बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों को 15 दिन और बंद रखने का फैसला लिया गया है। अभिभावकों को चाहिए कि वे इस समय का उपयोग बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों, पढ़ाई और पारिवारिक समय में करें।
छुट्टियों की इस डबल खुशी के साथ यह भी जरूरी है कि बच्चों की पढ़ाई और दिनचर्या संतुलित बनी रहे। नई तारीखों की जानकारी के लिए अपने स्कूल से संपर्क बनाए रखें और शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अपडेट चेक करते रहें।