फ्लैट, मकान या जमीन के पेपर्स खो गए? घबराएं नहीं, ऐसे पाएं वापस – जानें पूरा तरीका

घर, फ्लैट या जमीन के असली पेपर्स खो जाना किसी भी मालिक के लिए बहुत बड़ी चिंता की बात होती है। ऐसे में लोग घबराकर यह सोचने लगते हैं कि कहीं उनकी प्रॉपर्टी पर कोई गलत दावा न कर ले या भविष्य में बेचने में दिक्कत न आए। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है—भारत के कानून में ऐसे मामलों के लिए डुप्लीकेट प्रॉपर्टी पेपर्स दोबारा बनवाने की पूरी प्रक्रिया मौजूद है।

अगर आपके भी फ्लैट, मकान या जमीन के कागज खो गए हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। यहां हम आपको बताएंगे कि गुम हुए प्रॉपर्टी पेपर्स वापस कैसे पाएं, इसके लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए और क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए।

सबसे पहले क्या करें?

सबसे पहले घबराएं नहीं। जमीन या घर के पेपर्स गुम होने की स्थिति में तुरंत कुछ जरूरी कदम उठाना जरूरी है ताकि बाद में कोई कानूनी दिक्कत न हो।

यह भी पढ़े:
जमीन या मकान पर अवैध कब्जा, तुरंत उठाएं ये कदम कब्जाधारी की होगी छुट्टी

 पुलिस में FIR दर्ज करें
कागज खोने की स्थिति में सबसे पहले नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR (First Information Report) दर्ज कराएं। इसमें बताएं कि आपके प्रॉपर्टी पेपर्स कब, कहां और कैसे खो गए। पुलिस FIR की एक कॉपी आपको देगी, जो डुप्लीकेट पेपर्स बनवाने में काम आएगी।

 न्यूज़पेपर में विज्ञापन दें
दूसरा जरूरी स्टेप है—किसी लोकल या नेशनल अखबार में एक Lost Property Papers का विज्ञापन देना। इसमें पेपर्स के खोने की पूरी डिटेल लिखें और अगर किसी को पेपर्स मिलें तो आपके संपर्क नंबर पर लौटाने की अपील करें।

यह विज्ञापन बाद में लीगल प्रूफ की तरह काम करता है कि आपने पेपर्स खोने की जानकारी सार्वजनिक रूप से दी थी।

यह भी पढ़े:
अवैध कब्जा हटाना चाहते हैं? जानें 2025 में संपत्ति कब्जा कानून क्या कहता है

डुप्लीकेट प्रॉपर्टी पेपर्स बनवाने की प्रक्रिया

अब बात करते हैं डुप्लीकेट पेपर्स बनवाने के पूरे प्रोसेस की:

 अफिडेविट बनवाएं
एक स्टाम्प पेपर पर नोटरी के सामने अफिडेविट (शपथ पत्र) बनवाएं, जिसमें आप लिखेंगे कि आपके मकान, फ्लैट या जमीन के ओरिजिनल पेपर्स खो गए हैं। इसमें FIR की डिटेल और न्यूज़पेपर विज्ञापन की कॉपी भी लगानी होती है।

 सब-रजिस्ट्रार ऑफिस जाएं
अब आपको अपने क्षेत्र के सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में जाकर Application देना होगा। वहां आप अपनी रजिस्ट्री या प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट का डुप्लीकेट मांगेगे।

यह भी पढ़े:
घर में कितना सोना रखना कानूनन सही, जानें नियम और लिमिट

जरूरी डॉक्यूमेंट:

 फीस जमा करें
डुप्लीकेट सर्टिफाइड कॉपी के लिए एक मामूली फीस देनी होती है। यह फीस राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।

 सर्टिफाइड कॉपी प्राप्त करें
सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद सब-रजिस्ट्रार ऑफिस आपको रजिस्ट्री या अन्य प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट्स की सर्टिफाइड कॉपी जारी कर देगा। यह डुप्लीकेट आपके ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स की तरह ही लीगल वैलिड होती है।

यह भी पढ़े:
प्लॉट खरीदने के बाद पछताना न पड़े, पहले चेक करें ये जरूरी रिकॉर्ड

बैंक से लोन लिया है तो क्या करें?

अगर आपके प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट बैंक में गिरवी रखे थे और वहीं से गुम हुए हैं तो बैंक को लिखित सूचना दें। बैंक अपनी इंटरनल पॉलिसी के अनुसार जांच करेगा और आपको डुप्लीकेट डॉक्यूमेंट बनवाने में मदद करेगा। इस केस में भी FIR, अखबार में विज्ञापन और अफिडेविट जरूरी होते हैं।

Registry Office में Records कैसे मिलेंगे?

भारत में अधिकतर प्रॉपर्टी रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्टर्ड होती है। वहां आपके रजिस्ट्री नंबर से सारा रिकॉर्ड मिल जाता है। पुराने कागज गुम होने की स्थिति में रजिस्ट्री ऑफिस से Certified Copy of Sale Deed आसानी से मिल जाती है।

क्या डुप्लीकेट पेपर्स भी ओरिजिनल जैसे होते हैं?

जी हां! सर्टिफाइड कॉपी या डुप्लीकेट रजिस्ट्री ओरिजिनल के बराबर वैध होती है। आप इसे बैंक में लोन के लिए या प्रॉपर्टी बेचने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। बस यह जरूरी है कि यह कॉपी रजिस्ट्री ऑफिस द्वारा जारी हो।

यह भी पढ़े:
राशन कार्ड पर नई मुश्किल! इस राज्य में 20.58 लाख लाभार्थियों को होगा नुकसान

डुप्लीकेट पेपर्स मिलने में कितना समय लगता है?

सभी दस्तावेज सही हैं तो 15 से 30 दिनों के भीतर आपको डुप्लीकेट पेपर्स मिल सकते हैं। कुछ राज्यों में ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध है जिससे प्रक्रिया तेज़ होती है।

खोए हुए पेपर्स से जुड़े 5 जरूरी सुझाव

 ओरिजिनल डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी रखें: भविष्य में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट्स को स्कैन कर क्लाउड या ईमेल में सेव कर लें।

 बैंक लॉकर में रखें: महंगे और जरूरी डॉक्यूमेंट्स को घर पर न रखें, बैंक लॉकर में सुरक्षित रखें।

यह भी पढ़े:
अब नहीं चलेगा अवैध कब्जा – सरकार का सख्त कानून, ऐसे छुड़वाएं अपनी जमीन

 सभी कागजों को समय-समय पर चेक करें: पुराने डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित फोल्डर में रखें और नाम से लेबल करें।

 फर्जी दस्तावेज से सावधान रहें: कभी भी किसी एजेंट के बहकावे में आकर नकली पेपर्स न बनवाएं, यह गैरकानूनी है।

 वकील की मदद लें: अगर मामला ज्यादा पेचीदा हो तो किसी प्रॉपर्टी वकील से सलाह लें।

यह भी पढ़े:
लोन लेने के लिए अब इतना सिबिल स्कोर जरूरी, वरना कोई बैंक नहीं देगा पैसा, नया नियम लागू

निष्कर्ष

अगर आपके फ्लैट, मकान या जमीन के पेपर्स खो गए हैं, तो घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। कानून ने हर कदम के लिए समाधान रखा है—चाहे वह FIR हो, न्यूज़पेपर विज्ञापन हो या अफिडेविट बनाना। सब-रजिस्ट्रार ऑफिस से डुप्लीकेट रजिस्ट्री लेकर आप अपनी प्रॉपर्टी को पूरी तरह सुरक्षित रख सकते हैं।

जरूरी है कि आप सभी स्टेप्स को सही क्रम में पूरा करें और भविष्य के लिए डॉक्यूमेंट्स को डिजिटल फॉर्मेट में भी सुरक्षित रखें। इससे आपकी संपत्ति हमेशा सुरक्षित रहेगी और कोई भी गलत दावा उस पर नहीं कर पाएगा।

यह भी पढ़े:
राशन कार्ड धारकों को बड़ा तोहफा, अब 10 किलो अनाज के साथ मिलेगा खास गिफ्ट

Leave a Comment

Join Whatsapp Group