अगर आप NEET 2025 की तैयारी कर रहे हैं और आपका सपना है कि आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS या BDS में एडमिशन मिले, तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद अहम है। हर साल लाखों छात्र NEET परीक्षा देते हैं, लेकिन सरकारी कॉलेज में सीमित सीटों के कारण कट-ऑफ बहुत मायने रखती है। इस लेख में हम जानेंगे कि NEET में कितने नंबर लाने पर आपको सरकारी कॉलेज मिलेगा और सभी कैटेगरी (GEN, OBC, SC, ST, EWS) की अनुमानित कट-ऑफ क्या हो सकती है।
NEET 2025: सरकारी कॉलेज में सीट पाने के लिए जरूरी न्यूनतम स्कोर
NEET की मेरिट लिस्ट पूरी तरह से आपके स्कोर पर निर्भर करती है। सरकारी कॉलेज में एडमिशन के लिए कट-ऑफ हर साल बदलती है लेकिन पिछले कुछ वर्षों का ट्रेंड देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि किस स्कोर पर कौन-सा कॉलेज मिल सकता है।
सामान्य श्रेणी (General/UR)
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टॉप सरकारी कॉलेज (AIIMS, MAMC, KGMU) के लिए: 670+ अंक
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राज्य स्तर के अच्छे सरकारी कॉलेज के लिए: 630-660 अंक
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आखिरी राउंड में मिलने वाले सरकारी कॉलेज: 610-625 अंक
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
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टॉप कॉलेज (AIIMS, BHU): 650+ अंक
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राज्य सरकारी कॉलेज: 610-640 अंक
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
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टॉप कॉलेज: 660+ अंक
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सामान्य सरकारी कॉलेज: 620-640 अंक
अनुसूचित जाति (SC)
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टॉप कॉलेज: 600+ अंक
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सामान्य सरकारी कॉलेज: 500-580 अंक
अनुसूचित जनजाति (ST)
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टॉप सरकारी कॉलेज: 550+ अंक
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सामान्य सरकारी कॉलेज: 450-530 अंक
NEET रैंक के आधार पर संभावित कॉलेज लिस्ट (All India Quota 15%)
NEET Score Range | अनुमानित रैंक | संभावित कॉलेज |
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680+ | 1 – 500 | AIIMS Delhi, JIPMER |
650 – 679 | 501 – 2000 | MAMC, BHU, KGMU |
620 – 649 | 2001 – 7000 | GMC Chandigarh, SMS Jaipur |
600 – 619 | 7000 – 12000 | RIMS Ranchi, GMC Nagpur |
580 – 599 | 12000 – 17000 | GMC Kozhikode, SNMC Agra |
550 – 579 | 17000 – 25000 | GMC Patiala, IGMC Shimla |
स्टेट वाइज कट-ऑफ भी है ज़रूरी
हर राज्य की अपनी State Quota (85%) होती है। अगर आपकी डोमिसाइल किसी राज्य की है, तो उस राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कम नंबर पर भी सीट मिल सकती है। उदाहरण:
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UP में General कैटेगरी को सीट पाने के लिए लगभग 610+ नंबर की जरूरत होती है।
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राजस्थान में कट-ऑफ थोड़ी ज्यादा होती है – 630+ अंक।
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बिहार में General के लिए 615-625 के बीच सीट मिल सकती है।
NEET कट-ऑफ को प्रभावित करने वाले मुख्य कारण
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छात्रों की संख्या – जितने ज्यादा छात्र, उतनी ज्यादा प्रतिस्पर्धा।
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परीक्षा का स्तर – अगर पेपर मुश्किल है तो कट-ऑफ नीचे जा सकती है।
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सीटों की संख्या – अगर MBBS सीटें बढ़ती हैं तो कट-ऑफ कम हो सकती है।
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आरक्षण की नीतियां – राज्य और केंद्र सरकार की नीतियां भी असर डालती हैं।
सरकारी कॉलेज का फायदा क्यों?
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कम फीस – 5 साल की MBBS फीस केवल ₹20,000 – ₹1,00,000
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उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा
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सरकारी इंटर्नशिप और प्लेसमेंट की सुविधा
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रेप्युटेशन और रिसर्च के बेहतर अवसर
तैयारी कैसे करें ताकि टॉप स्कोर आए?
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NCERT पर फोकस करें – खासकर बायोलॉजी के लिए।
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पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें।
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मॉक टेस्ट और टाइम मैनेजमेंट की प्रैक्टिस करें।
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डेली रिवीजन करें और कमजोर टॉपिक्स पर फोकस रखें।
निष्कर्ष
अगर आपका लक्ष्य है सरकारी मेडिकल कॉलेज से MBBS करना, तो आपको NEET में कम से कम 610+ अंक (GEN) लाने की कोशिश करनी चाहिए। हर कैटेगरी के लिए कट-ऑफ अलग होती है, लेकिन अच्छी तैयारी और रणनीति से आप अपना सपना जरूर पूरा कर सकते हैं।