अगर आपका CIBIL स्कोर कम है या फिर है ही नहीं, तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने लोन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 8 नए दिशा-निर्देश (गाइडलाइंस) लागू किए हैं, जिससे लाखों लोगों को बिना मजबूत क्रेडिट स्कोर के भी लोन मिलने का रास्ता खुल गया है। यह फैसला खासकर उन लोगों के लिए राहतभरा है जो पहली बार लोन लेने जा रहे हैं या जिनका स्कोर खराब है।
क्या है CIBIL स्कोर और इसकी भूमिका?
CIBIL स्कोर एक तरह का क्रेडिट स्कोर होता है, जो आपकी ऋण (लोन) चुकाने की क्षमता को दर्शाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। आमतौर पर 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है, और बैंकों द्वारा लोन पास करने में इसका बड़ा रोल होता है।
लेकिन RBI के नए नियमों के बाद अब केवल CIBIL स्कोर के आधार पर लोन को रिजेक्ट करना अनिवार्य नहीं रहेगा।
जानिए RBI के 8 नए दिशा-निर्देश
क्रम | दिशा-निर्देश | विवरण |
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1 | वैकल्पिक क्रेडिट असेसमेंट | बैंकों को अब आधार कार्ड, मोबाइल बिल, बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि जैसे वैकल्पिक दस्तावेजों के आधार पर लोन अप्रूव करना होगा। |
2 | डिजिटल लोन मूल्यांकन | बैंकों और NBFCs को डिजिटल माध्यमों से एप्लिकेशन और डाटा का विश्लेषण करने की छूट दी गई है। |
3 | पहली बार लोन लेने वालों को प्राथमिकता | “New to Credit” ग्राहकों को प्राथमिकता दी जाएगी। उनका स्कोर न होने पर भी उन्हें चांस मिलेगा। |
4 | स्कोर न होने पर लोन से इनकार नहीं | CIBIL स्कोर न होने की स्थिति में बैंकों को स्पष्ट कारण देना होगा अगर वे लोन रिजेक्ट करते हैं। |
5 | सीमित जोखिम पर लोन | कम स्कोर या नो स्कोर वाले ग्राहकों को छोटे अमाउंट में लोन देकर जोखिम को कम करने की सलाह दी गई है। |
6 | कर्ज चुकाने की वैकल्पिक क्षमता का आकलन | आय के अन्य स्रोतों जैसे फ्रीलांसिंग, डिजिटल पेमेंट्स आदि को भी जांच में शामिल किया जाएगा। |
7 | पारदर्शिता और ग्राहक जागरूकता | ग्राहक को यह बताना अनिवार्य होगा कि उनका लोन क्यों स्वीकृत या अस्वीकृत हुआ। |
8 | रिपोर्टिंग की जवाबदेही | बैंकों को हर महीने ऐसे ग्राहकों की जानकारी RBI को देनी होगी जिनका कोई स्कोर नहीं है लेकिन फिर भी लोन स्वीकृत किया गया। |
इस फैसले से किसे मिलेगा फायदा?
RBI के इन नए नियमों से निम्नलिखित वर्गों को सबसे अधिक लाभ होगा:
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छोटे व्यापारी और स्वरोजगार करने वाले
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ग्रामीण क्षेत्र के लोग जिनका बैंकिंग इतिहास नहीं है
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फर्स्ट-टाइम लोन लेने वाले युवा
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महिलाएं और गृहिणियां जो आमतौर पर क्रेडिट स्कोर से बाहर रहती हैं
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फ्रीलांसर और गिग वर्कर्स जिनकी आय अनौपचारिक होती है
कौन-कौन से लोन मिल सकते हैं?
इन नियमों के बाद अब निम्नलिखित प्रकार के लोन भी बिना CIBIL स्कोर के मिल सकते हैं:
लोन का प्रकार | विवरण |
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पर्सनल लोन | ₹10,000 से ₹2 लाख तक |
बिजनेस लोन | छोटे व्यापारियों के लिए ₹50,000 से ₹5 लाख तक |
एजुकेशन लोन | छात्रों को स्कोर की अनिवार्यता के बिना लोन |
होम लोन | परिवार के संयुक्त दस्तावेजों पर आधारित लोन |
गोल्ड लोन | गिरवी रखे गए सोने के आधार पर |
लोन के लिए आवेदन कैसे करें?
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नजदीकी बैंक/NBFC में संपर्क करें
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Voter ID, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासबुक जैसे दस्तावेज तैयार रखें
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बिजली या मोबाइल बिल, ऑनलाइन पेमेंट हिस्ट्री दिखाएं
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ऑनलाइन पोर्टल या ऐप से आवेदन करें (जैसे: Paytm, KreditBee, CASHe)
सावधानियां जरूर बरतें
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उच्च ब्याज दर से बचें: बिना स्कोर लोन पर ब्याज अधिक हो सकता है
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फ्रॉड से बचें: सिर्फ RBI से रजिस्टर्ड NBFCs से ही लोन लें
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EMI समय पर चुकाएं: ताकि भविष्य में स्कोर बन सके
निष्कर्ष
RBI के नए 8 दिशा-निर्देश देश के करोड़ों ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित होंगे जो पहले CIBIL स्कोर न होने की वजह से लोन नहीं ले पाते थे। अब पारदर्शिता के साथ और वैकल्पिक डेटा के जरिए भी लोन लेना संभव हो गया है। यह बदलाव वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) की दिशा में एक बड़ा कदम है।