आजकल अवैध कब्जे की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। कई लोग थोड़ी सी लापरवाही का फायदा उठाकर दूसरों की जमीन या मकान पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर लेते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ आसान कानूनी और व्यावहारिक कदम उठाकर आप अपनी जमीन या मकान को कब्जाधारी से छुड़ा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
सबसे पहले यह जानें – अवैध कब्जा क्या होता है?
जब कोई व्यक्ति बिना मालिक की अनुमति के उसकी संपत्ति पर कब्जा कर लेता है और खुद को उसका हकदार बताने की कोशिश करता है, तो इसे अवैध कब्जा कहा जाता है। यह भारत में एक बड़ा सामाजिक और कानूनी मुद्दा है। कई बार जमीन मालिक दूर शहरों में रहते हैं या विदेश में बस जाते हैं, ऐसे में खाली मकान या प्लॉट को कब्जाधारी आसानी से निशाना बना लेते हैं।
जमीन या मकान पर अवैध कब्जा हटाने के लिए सबसे जरूरी कदम
तुरंत FIR दर्ज कराएं
यदि आपको पता चले कि आपकी जमीन या मकान पर किसी ने कब्जा कर लिया है तो सबसे पहले नजदीकी पुलिस थाने में FIR दर्ज कराएं। अवैध कब्जा भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध है और पुलिस इसे हटाने में आपकी मदद कर सकती है। FIR की कॉपी संभालकर रखें, यह कोर्ट में भी काम आएगी।
प्रॉपर्टी डॉक्युमेंट्स को सुरक्षित रखें
कब्जा हटाने के लिए आपके पास अपनी प्रॉपर्टी के सभी असली कागजात होने जरूरी हैं। मसलन रजिस्ट्री, म्युटेशन, बिजली-पानी के बिल और प्रॉपर्टी टैक्स की रसीदें। ये दस्तावेज साबित करते हैं कि आप ही असली मालिक हैं।
कब्जाधारी को कानूनी नोटिस भेजें
कई बार कब्जाधारी डराने-धमकाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में आप उन्हें अपने वकील के माध्यम से कानूनी नोटिस भेज सकते हैं। नोटिस मिलने के बाद कब्जाधारी पर मानसिक दबाव बनता है और कई बार वह खुद ही संपत्ति खाली कर देता है।
सिविल कोर्ट में केस दायर करें
अगर कब्जाधारी नोटिस के बावजूद कब्जा खाली नहीं करता तो आपको सिविल कोर्ट में “इजेक्शन सूट” या “रिकवरी ऑफ पजेशन” केस फाइल करना होगा। कोर्ट में आपको अपने मालिकाना हक के सबूत पेश करने होंगे। कोर्ट कब्जा हटाने का आदेश देगा और जरूरत पड़ने पर पुलिस बल भी मुहैया कराएगा।
संपत्ति पर बाउंड्री वॉल और बोर्ड लगवाएं
कई बार खाली जमीन पर कब्जा इसलिए होता है क्योंकि वह खुली पड़ी रहती है। ऐसे में अपनी जमीन के चारों ओर बाउंड्री वॉल बनवाएं और उस पर प्राइवेट प्रॉपर्टी – नो ट्रेसपासिंग का बोर्ड लगाएं। इससे अवांछित लोगों को कब्जा करने में डर लगेगा।
संपत्ति का नियमित निरीक्षण करें
अगर आपकी जमीन या मकान दूसरे शहर में है तो समय-समय पर उसका निरीक्षण करते रहें या किसी विश्वसनीय व्यक्ति को इसकी जिम्मेदारी दें। कई लोग सालों तक अपनी खाली जमीन नहीं देखते और कब्जाधारी इसका फायदा उठा लेते हैं।
नगर निगम या ग्राम पंचायत से संपर्क करें
कई बार स्थानीय प्रशासन की मदद से भी कब्जा हटाया जा सकता है। ग्राम पंचायत या नगर निगम में शिकायत दर्ज कराएं ताकि स्थानीय स्तर पर दबाव बने। कई मामलों में पंचायत के हस्तक्षेप से भी कब्जाधारी पीछे हट जाते हैं।
अवैध कब्जा हटाने में लगने वाला समय
कई लोग सोचते हैं कि कोर्ट केस में सालों लग जाएंगे, लेकिन सच यह है कि अगर आपके पास पूरे डॉक्युमेंट्स सही हैं और आप केस को मजबूत तरीके से लड़ते हैं तो फैसला जल्द भी आ सकता है। इसलिए सही वकील का चयन करें और जरूरी कागजात पूरे रखें।
पुलिस में शिकायत करते समय इन बातों का रखें ध्यान
FIR दर्ज कराने से पहले कब्जे के सबूत जुटा लें – जैसे फोटो, वीडियो या गवाह।
थाने में लिखित शिकायत जरूर दें और उसकी रिसीविंग कॉपी अपने पास रखें।
अगर स्थानीय पुलिस मदद नहीं कर रही है तो SP या DM ऑफिस में शिकायत दर्ज कराएं।
कब्जाधारी से खुद न भिड़ें
कई बार लोग गुस्से में आकर कब्जाधारी से झगड़ा कर बैठते हैं। यह गलत है। किसी भी तरह का विवाद आपके पक्ष को कमजोर कर सकता है। कब्जा हटाने का कानूनी तरीका ही अपनाएं और कभी भी कानून को हाथ में न लें।
निष्कर्ष
भारत में जमीन या मकान पर अवैध कब्जा कोई नई समस्या नहीं है। लेकिन अगर आप सजग रहें और जरूरी कानूनी कदम सही समय पर उठाएं तो कब्जाधारी की एक नहीं चलेगी। FIR, कानूनी नोटिस, सिविल केस और प्रशासनिक सहयोग से आप अपनी प्रॉपर्टी पर दोबारा कब्जा पा सकते हैं। बस जरूरी है कि आप लापरवाही न करें और अपने डॉक्युमेंट्स दुरुस्त रखें।