देश में महंगाई की मार झेल रहे बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों के लिए यह खबर किसी राहत से कम नहीं है। सरकार ने अब बीपीएल कार्ड धारकों को सस्ती दरों पर सरसों तेल उपलब्ध कराने का बड़ा फैसला लिया है। इसका सीधा फायदा करोड़ों गरीब परिवारों को मिलेगा, जो महंगे खाद्य तेलों के बोझ से परेशान थे।
क्यों बढ़े थे सरसों तेल के दाम?
पिछले कुछ सालों में खाने के तेलों की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला। खासकर सरसों तेल जो गरीब और मध्यम वर्ग के रसोई का अहम हिस्सा है, उसके दाम 100 से 200 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गए थे। कोरोना काल, ग्लोबल सप्लाई चेन में रुकावट और कच्चे माल की कमी जैसे कारणों से तेल के दाम में तेजी आई थी। ऐसे में गरीब परिवारों का बजट पूरी तरह बिगड़ गया था।
सरकार का बड़ा कदम
बीपीएल परिवारों की इस परेशानी को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने सस्ते दर पर सरसों तेल देने की योजना बनाई है। कई राज्यों ने अपने-अपने राशन दुकानों के माध्यम से बीपीएल कार्ड धारकों को रियायती दरों पर सरसों तेल बांटने का फैसला किया है। इससे उन परिवारों को सीधा फायदा होगा, जिनके पास बीपीएल राशन कार्ड है।
कितने सस्ते में मिलेगा सरसों तेल?
नई योजना के तहत बीपीएल कार्ड धारकों को बाजार मूल्य से 30 से 40 प्रतिशत तक कम कीमत पर सरसों तेल दिया जाएगा। उदाहरण के लिए अगर बाजार में सरसों तेल 150 रुपये लीटर बिक रहा है तो बीपीएल परिवारों को वही तेल 90 से 100 रुपये प्रति लीटर मिल सकता है। इससे हर महीने परिवार के बजट में अच्छा खासा पैसा बचेगा।
कहां मिलेगा सस्ता सरसों तेल?
सरकार ने तय किया है कि सरसों तेल सस्ती दरों पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) यानी राशन दुकानों के जरिए दिया जाएगा। राशन कार्ड धारकों को हर महीने निर्धारित मात्रा में चावल, गेहूं, चीनी के साथ अब सरसों तेल भी रियायती दर पर मिलेगा।
कौन उठा सकता है फायदा?
इस योजना का लाभ सिर्फ उन लोगों को मिलेगा जिनके पास वैध बीपीएल राशन कार्ड है। यानी गरीबी रेखा से नीचे दर्ज परिवार, अंत्योदय कार्ड धारक, या फिर राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त गरीब परिवार इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
क्या है प्रक्रिया?
बीपीएल कार्ड धारकों को अपने नजदीकी सरकारी राशन डीलर से संपर्क करना होगा। राशन डीलर को कार्ड दिखाकर सरसों तेल की तय मात्रा ली जा सकती है। कुछ राज्यों में आधार लिंकिंग भी जरूरी की गई है, ताकि कोई भी फर्जीवाड़ा न हो।
कितनी मात्रा में मिलेगा सरसों तेल?
राज्य सरकारों ने प्रति परिवार हर महीने 1 से 2 लीटर सरसों तेल देने की व्यवस्था की है। कुछ राज्य परिवार के सदस्यों की संख्या के आधार पर मात्रा बढ़ा सकते हैं। हालांकि तेल की आपूर्ति राज्य सरकार की उपलब्धता पर निर्भर करेगी।
क्यों खास है यह फैसला?
सरसों तेल गरीब परिवारों के भोजन का जरूरी हिस्सा है। कई राज्यों में खाना पकाने में सबसे ज्यादा सरसों तेल ही इस्तेमाल होता है। ऐसे में इसकी कीमत में राहत देना सीधे करोड़ों गरीब परिवारों को राहत देने जैसा है। इससे गरीब परिवार पोषक आहार की तरफ भी ध्यान दे पाएंगे।
किन राज्यों ने शुरू की यह योजना?
कुछ राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और झारखंड ने पहले से ही सस्ते तेल की आपूर्ति शुरू कर दी है। कई राज्य जल्द ही नई योजनाओं के तहत सरसों तेल बांटना शुरू करेंगे। अलग-अलग राज्यों में तेल की दरें और मात्रा थोड़ी अलग हो सकती हैं।
गरीब परिवारों को और क्या फायदे मिल सकते हैं?
सरकार गरीब और बीपीएल परिवारों के लिए सिर्फ सस्ता तेल ही नहीं, बल्कि कई अन्य राहत योजनाएं भी चला रही है। जैसे मुफ़्त राशन योजना, उज्ज्वला योजना के तहत सस्ता गैस सिलेंडर, मुफ्त स्वास्थ्य बीमा और सरकारी आवास योजनाएं। इन सभी योजनाओं का मकसद गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देना है।
योजना का फायदा कैसे उठाएं?
अगर आपके पास बीपीएल राशन कार्ड नहीं है तो पहले आप अपने इलाके के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में जाकर आवेदन कर सकते हैं। कार्ड बन जाने के बाद आप सरकारी राशन दुकान से तय मात्रा में अनाज और सरसों तेल ले सकते हैं। अगर आपके पास पहले से कार्ड है तो बस राशन डीलर के पास जाकर आधार और कार्ड दिखाकर तेल प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
महंगाई के इस दौर में सरकार की यह पहल बीपीएल कार्ड धारकों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। सस्ते दरों पर सरसों तेल मिलने से गरीब परिवारों को रसोई के बजट में राहत मिलेगी और खाने-पीने में संतुलन बना रहेगा। अगर आप भी गरीबी रेखा से नीचे दर्ज हैं तो जल्द ही अपने राशन डीलर से संपर्क करें और इस योजना का लाभ उठाएं।