भारत में गरीबी रेखा से नीचे (BPL – Below Poverty Line) जीवन यापन करने वालों को सरकार कई तरह की योजनाओं और सब्सिडी का लाभ देती है। लेकिन अब केंद्र और राज्य सरकारें BPL सूची में पारदर्शिता लाने और फर्जी लाभार्थियों को हटाने की दिशा में सख्त कदम उठा रही हैं।
पहले जहां कार या पक्के मकान को अमीरी का पैमाना माना जाता था, अब बाइक और स्कूटर जैसे दोपहिया वाहनों को भी गरीब न मानते हुए BPL कार्ड रद्द किए जा रहे हैं।
क्या है नया नियम?
हाल ही में कई राज्यों में यह देखने को मिला है कि जिन लोगों के पास दोपहिया वाहन (2-wheeler) है, उनका BPL राशन कार्ड कैंसल कर दिया गया है।
सरकार का तर्क है कि अगर कोई परिवार बाइक या स्कूटर चला सकता है, पेट्रोल भरवा सकता है, तो वह “अत्यंत गरीब” की श्रेणी में नहीं आता।
यह कार्रवाई खासकर उन लोगों पर हो रही है जिन्होंने BPL कार्ड बनवाने के समय गलत जानकारी या झूठा दावा किया था।
किन राज्यों में हुआ सबसे ज्यादा असर?
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उत्तर प्रदेश: कई जिलों में हजारों BPL कार्ड धारकों के कार्ड दोपहिया वाहन पाए जाने पर रद्द किए गए।
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मध्य प्रदेश: वहां की सरकार ने सर्वे में पाया कि बड़ी संख्या में लाभार्थी बाइकधारी हैं, जिन्हें अब कार्ड से बाहर किया जा रहा है।
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राजस्थान, बिहार और झारखंड में भी ऐसे मामले सामने आए हैं जहां स्कूटर या मोटरसाइकिल रखने वाले लोगों के कार्ड निरस्त किए जा रहे हैं।
सरकार का पक्ष
सरकार का कहना है कि BPL कार्ड उन्हीं लोगों को मिलना चाहिए जो वास्तव में आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इसलिए:
“अगर किसी के पास दोपहिया वाहन है, बिजली का स्थायी कनेक्शन है, टीवी या फ्रिज जैसे साधन हैं, तो वह BPL श्रेणी में नहीं आता।”
इस नीति के पीछे उद्देश्य है –
“ज़रूरतमंदों तक सरकारी योजनाओं का सही लाभ पहुँचना।”
BPL कार्ड रद्द करने के मापदंड
सरकार द्वारा आमतौर पर निम्न आधार पर BPL कार्ड कैंसिल किए जा सकते हैं:
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दो या उससे अधिक कमाऊ सदस्य
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बैंक अकाउंट में मोटी रकम या रेगुलर इनकम
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दो या चार पहिया वाहन का स्वामित्व
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पक्का मकान या 3 से अधिक कमरे
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सरकारी नौकरी या पेंशन
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ट्रैक्टर, जेसीबी जैसी मशीनों का मालिक होना
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बिजली, गैस, मोबाइल, टीवी जैसे सुविधाएं
अब इनमें बाइक या स्कूटर को भी शामिल किया गया है।
आम जनता की प्रतिक्रिया
इस नियम के बाद कई ग्रामीण और छोटे कस्बों में रहने वाले लोग परेशान हैं। उनका कहना है कि:
“बाइक तो आजकल जरूरत है, शौक नहीं! अगर यही पैमाना है, तो हर गरीब को अमीर बता देंगे।”
कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि जिनके पास बाइक है, वो भी कर्ज लेकर या किस्तों में खरीदी गई होती है, तो इसका मतलब यह नहीं कि वे आर्थिक रूप से सक्षम हैं।
कैसे जानें कि आपका BPL कार्ड रद्द हुआ है या नहीं?
यदि आपने BPL कार्ड बनवा रखा है, तो निम्न तरीकों से स्टेटस चेक कर सकते हैं:
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राज्य सरकार की राशन कार्ड वेबसाइट पर जाकर अपने कार्ड नंबर से स्थिति जांचें
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नजदीकी राशन दुकान या खाद्य आपूर्ति कार्यालय से जानकारी लें
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अपने आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से पोर्टल पर लॉग इन कर कार्ड स्थिति देखें
क्या करें अगर आपका कार्ड गलत तरीके से रद्द हो गया हो?
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स्थानीय खाद्य आपूर्ति विभाग में शिकायत करें
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आवश्यक दस्तावेजों के साथ पुनः सत्यापन के लिए आवेदन दें
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RTI (सूचना का अधिकार) के तहत पूछ सकते हैं कि किस आधार पर कार्ड रद्द हुआ
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जनप्रतिनिधियों (सरपंच, पार्षद, विधायक) से संपर्क कर मदद मांग सकते हैं
सुझाव: BPL कार्ड रखने वालों के लिए क्या जरूरी है?
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समय-समय पर अपने कार्ड की जांच और अपडेट कराते रहें
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किसी भी फर्जी दस्तावेज़ से बचें, क्योंकि अब हर जानकारी डिजिटल डेटाबेस से जोड़ी जा रही है
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अगर आपकी आर्थिक स्थिति सुधर गई है, तो खुद कार्ड सरेंडर करें – यह सामाजिक ज़िम्मेदारी है
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सरकारी योजना का लाभ सही पात्रता पर ही लें, नहीं तो कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है
निष्कर्ष
अब सिर्फ कार ही नहीं, बाइक भी बनी गरीबी का दुश्मन!
सरकार की इस नई सख्ती का उद्देश्य गलत लाभार्थियों को हटाकर सही ज़रूरतमंदों को लाभ देना है। लेकिन इसमें ज़रूरी है कि जिनके पास बाइक होते हुए भी वास्तविक गरीबी में हैं, उन्हें उचित प्रक्रिया से अपील और पुनर्विचार का मौका मिले।
अगर आप भी BPL कार्ड धारक हैं और आपके पास दोपहिया वाहन है, तो सतर्क हो जाइए – कहीं आपका नाम भी लिस्ट से न हट जाए!