अगर आप नौकरीपेशा हैं या किसी भी तरह का लेन-देन बैंक से जुड़ा हुआ है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। जून 2025 में देशभर के बैंक कुल 11 दिनों तक बंद रहने वाले हैं, जिससे सैलरी, EMI, चेक क्लियरेंस, कैश डिपॉजिट या ट्रांसफर जैसे जरूरी कामों पर असर पड़ सकता है। ऐसे में कामकाजी वर्ग को समय रहते अपने बैंकिंग काम निपटा लेना चाहिए, वरना उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
क्यों बंद रहेंगे बैंक 11 दिन?
बैंकों में छुट्टियां तीन मुख्य कारणों से होती हैं –
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राष्ट्रीय या धार्मिक पर्व (जैसे बकरीद)
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शनिवार-रविवार की साप्ताहिक छुट्टियां
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क्षेत्रीय अवकाश या राज्यस्तरीय उत्सव
जून 2025 में इन तीनों ही प्रकार की छुट्टियां एक साथ आ रही हैं, जिसकी वजह से कुल 11 दिन तक बैंक बंद रहने वाले हैं। इनमें कई दिन लगातार बैंक अवकाश रहेगा, जिससे ट्रांजैक्शन का लोड और दिक्कतें दोनों बढ़ सकती हैं।
जून 2025 में बैंक बंद रहने की संभावित तारीखें
(यह लिस्ट राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है)
तारीख | दिन | अवकाश का कारण |
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1 जून | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
7 जून | शनिवार | दूसरा शनिवार |
8 जून | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
12 जून | गुरुवार | बकरीद (ईद-उल-अधा) |
14 जून | शनिवार | राज्य स्तरीय अवकाश (कुछ राज्यों में) |
15 जून | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
21 जून | शनिवार | चौथा शनिवार |
22 जून | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
29 जून | रविवार | साप्ताहिक अवकाश |
इनके अलावा कुछ राज्यों में लोकल छुट्टियां भी जुड़ सकती हैं, जिससे छुट्टियों की कुल संख्या 11 या उससे अधिक हो सकती है।
कामकाजी लोगों पर असर कैसे पड़ेगा?
1. सैलरी और EMI से जुड़ी दिक्कतें
अगर आपकी सैलरी 10वीं-12वीं के बीच ट्रांसफर होती है और उन्हीं दिनों बैंक बंद होते हैं, तो पैसा लेट आ सकता है। EMI का डिडक्शन भी समय पर न हो पाने से पेनल्टी लग सकती है।
2. चेक क्लियरेंस में देरी
अगर आपने कोई चेक जमा किया है, तो वह छुट्टियों की वजह से कई दिनों तक पेंडिंग रह सकता है। बिजनेस क्लाइंट्स को इस कारण कैश फ्लो की दिक्कत हो सकती है।
3. ATM में कैश की किल्लत
लगातार छुट्टियों के कारण ATM में कैश भरने में देरी हो सकती है, जिससे कैश निकालना मुश्किल हो जाएगा। खासतौर पर छोटे शहरों में इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा।
4. UPI और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन
हालांकि डिजिटल पेमेंट्स चालू रहेंगे, लेकिन बैंक सर्वर की व्यस्तता या बैंकिंग टाइमिंग की वजह से बड़े ट्रांजैक्शन (जैसे NEFT, RTGS) में देरी हो सकती है।
5. बिल पेमेंट और इंश्योरेंस प्रीमियम
यदि आपके बिल, क्रेडिट कार्ड या इंश्योरेंस प्रीमियम की अंतिम तिथि इन्हीं छुट्टियों में है, तो आपको लेट फीस का सामना करना पड़ सकता है।
क्या करें ताकि ट्रांजैक्शन न फेल हो?
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जरूरी बैंकिंग काम पहले ही निपटाएं – जैसे कि सैलरी ट्रांसफर, EMI पेमेंट, कैश विदड्रॉ, चेक क्लीयरेंस इत्यादि।
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डिजिटल बैंकिंग पर निर्भर रहें, लेकिन बड़ा ट्रांजैक्शन पहले कर लें।
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ATM से पहले ही पर्याप्त कैश निकाल लें, ताकि छुट्टियों के दौरान परेशानी न हो।
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ऑटो डेबिट या स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन चेक करें, ताकि EMI लेट न हो।
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बिल या टैक्स की डेट्स पहले से देख लें और जरूरत हो तो जल्दी भुगतान करें।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा असर?
कुछ राज्य जहां बकरीद और क्षेत्रीय छुट्टियां एक साथ पड़ रही हैं, वहां बैंकिंग सेवाएं 5–6 दिन लगातार ठप रह सकती हैं। इसमें प्रमुख राज्य हो सकते हैं:
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उत्तर प्रदेश
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बिहार
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पश्चिम बंगाल
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महाराष्ट्र
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तमिलनाडु
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कर्नाटक
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झारखंड
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असम
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जम्मू-कश्मीर
सरकार और बैंक क्या कर रहे हैं?
RBI और प्रमुख बैंकों ने पहले से ही छुट्टियों की सूची वेबसाइट पर जारी की है, ताकि ग्राहक समय से अपने जरूरी लेन-देन पूरे कर सकें। हालांकि, बैंक इन छुट्टियों के दौरान डिजिटल सर्विसेज (Internet Banking, Mobile Banking) चालू रखेंगे, लेकिन कर्मचारी उपस्थिति न होने से कुछ सेवाएं प्रभावित रह सकती हैं।
निष्कर्ष
कामकाजी लोगों को जून 2025 की 11 दिन की बैंक छुट्टियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। छुट्टियों की लंबी लिस्ट आपके जरूरी भुगतान, EMI, सैलरी या कैश जरूरत को प्रभावित कर सकती है। बेहतर यही होगा कि आप पहले से ही सभी जरूरी बैंकिंग कार्य पूरे कर लें और डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए बैकअप रखें।