अगर आप शादीशुदा हैं और हर महीने एक निश्चित इनकम चाहते हैं, तो आपके लिए भारतीय डाक विभाग की पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक शानदार विकल्प हो सकती है। यह स्कीम खासतौर पर उन दंपतियों के लिए फायदेमंद है जो बिना किसी जोखिम के सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं और साथ ही हर महीने नियमित कमाई भी पाना चाहते हैं।
इस आर्टिकल में जानिए POMIS स्कीम के फायदे, ब्याज दर, निवेश सीमा, पात्रता और कैसे पति-पत्नी मिलकर इस स्कीम का डबल फायदा उठा सकते हैं।
क्या है पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)?
POMIS एक सरकारी बचत योजना है जिसे भारतीय डाक विभाग संचालित करता है। इस स्कीम में निवेश करने पर आपको हर महीने फिक्स ब्याज के रूप में इनकम मिलती है। यह स्कीम खासतौर पर रिटायर्ड लोगों, गृहिणियों और शादीशुदा जोड़ों के बीच काफी लोकप्रिय है।
शादीशुदा जोड़ों के लिए क्यों फायदेमंद है यह स्कीम?
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में एक व्यक्ति ₹9 लाख तक और पति-पत्नी मिलकर संयुक्त खाता (Joint Account) खोलकर ₹15 लाख तक निवेश कर सकते हैं। इससे दोनों को हर महीने एक अच्छी-खासी इनकम मिलती है, जो रिटायरमेंट या घरेलू खर्चों के लिए बहुत उपयोगी होती है।
2025 में ब्याज दर क्या है?
RBI और वित्त मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार, अप्रैल-जून 2025 तिमाही के लिए POMIS पर ब्याज दर 7.4% सालाना तय की गई है, जो हर महीने ब्याज के रूप में निवेशकों को मिलती है।
उदाहरण के लिए:
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₹9 लाख निवेश पर हर महीने ब्याज = ₹5,550
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₹15 लाख संयुक्त निवेश पर हर महीने ब्याज = ₹9,250
मुख्य विशेषताएं (Key Features of POMIS 2025):
विशेषता | विवरण |
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योजना का नाम | पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) |
न्यूनतम निवेश राशि | ₹1,000 |
अधिकतम निवेश (व्यक्तिगत) | ₹9 लाख |
अधिकतम निवेश (संयुक्त खाता) | ₹15 लाख |
ब्याज दर (2025) | 7.4% सालाना (मंथली पेआउट) |
मैच्योरिटी अवधि | 5 वर्ष |
अकाउंट प्रकार | व्यक्तिगत / संयुक्त खाता |
टैक्स लाभ | TDS नहीं कटता, लेकिन ब्याज टैक्सेबल है |
कौन खोल सकता है यह खाता?
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कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 वर्ष या अधिक हो।
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NRI इस स्कीम में निवेश नहीं कर सकते।
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पति-पत्नी मिलकर संयुक्त खाता खोल सकते हैं और डबल इनकम प्राप्त कर सकते हैं।
कैसे खोलें पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम खाता?
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नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाएं।
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POMIS आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें:
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आधार कार्ड
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पैन कार्ड
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फोटो
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एड्रेस प्रूफ
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निवेश की राशि का चेक/कैश/पोस्ट ऑफिस अकाउंट से ट्रांसफर करें।
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खाता खुलने के बाद आपको एक पासबुक मिलती है जिसमें हर महीने ब्याज की जानकारी रहती है।
पैसे कैसे मिलते हैं?
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ब्याज की राशि हर महीने पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर होती है।
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चाहें तो आप ऑटो क्रेडिट या ECS के जरिए बैंक अकाउंट में भी ट्रांसफर करा सकते हैं।
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ब्याज हर महीने की तय तिथि पर आता है।
मैच्योरिटी और निकासी नियम
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मैच्योरिटी अवधि पूरी होने पर आप चाहें तो पैसा निकाल सकते हैं या फिर स्कीम को दोबारा चालू कर सकते हैं।
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आप 1 साल के बाद प्रीमैच्योर क्लोजर कर सकते हैं, लेकिन कुछ प्रतिशत पेनल्टी काटी जाती है:
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1 से 3 साल के बीच बंद करने पर – 2% कटौती
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3 साल के बाद – 1% कटौती
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टैक्स नियम (Tax Rules)
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POMIS में निवेश पर कोई टैक्स छूट (80C) नहीं मिलती।
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हर महीने मिलने वाले ब्याज पर इनकम टैक्स लागू होता है।
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हालांकि, TDS नहीं कटता, इसलिए आपको खुद अपनी इनकम टैक्स रिटर्न में ब्याज को दिखाना होता है।
किसके लिए है यह स्कीम?
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रिटायर हो चुके पति-पत्नी जो हर महीने एक निश्चित आमदनी चाहते हैं।
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मिडिल क्लास दंपती जो सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं।
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घरेलू महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक जिन्हें निश्चित इनकम की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक बेहद सुरक्षित, भरोसेमंद और स्थिर इनकम का साधन है, खासकर शादीशुदा जोड़ों के लिए। यदि आप बिना जोखिम के हर महीने एक तय रकम पाना चाहते हैं तो यह स्कीम आपके लिए बेस्ट है। निवेश की शुरुआत ₹1,000 से होती है और पति-पत्नी मिलकर ₹15 लाख तक का निवेश कर सकते हैं, जिससे उन्हें हर महीने ₹9,250 तक की गारंटीड इनकम मिलती है।
अगर आप भी अपने भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं तो POMIS जरूर अपनाएं – यह एक सुरक्षित कदम है हर जिम्मेदार परिवार के लिए।