अगर आपका भी बैंक में सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) है तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक खातों में नॉमिनी को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है। अगर आपने अभी तक अपने खाते में नॉमिनी नहीं जोड़ा है तो यह नियम आपके लिए परेशानी बन सकता है। इसलिए अभी ही जान लें कि नया नियम क्या है और आपको क्या करना चाहिए।
बैंक अकाउंट में नॉमिनी क्यों जरूरी होता है?
कई लोग बैंक खाता तो खोल लेते हैं लेकिन नॉमिनी जोड़ने को हल्के में लेते हैं। नॉमिनी मतलब आपके खाते का वह व्यक्ति जिसे आपके न रहने पर बैंक बैलेंस या जमा रकम दी जाती है। अगर नॉमिनी नहीं है तो आपके बाद परिवार को बैंक से पैसा निकालने में लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
पहले क्या था नियम?
पहले बैंक अकाउंट खोलते समय ग्राहक को नॉमिनी जोड़ने का विकल्प दिया जाता था लेकिन यह अनिवार्य नहीं था। कई लोग सोचते थे कि अभी तो जरूरत नहीं, बाद में जोड़ लेंगे। इसी वजह से लाखों खातों में आज भी नॉमिनी अपडेट नहीं है। इससे ग्राहकों के परिवार को अनावश्यक झंझट होता था।
अब क्या नया नियम आया है?
RBI के नए नियम के मुताबिक, अब अगर कोई नया बैंक खाता खोलता है तो उसे खाते में नॉमिनी जोड़ना अनिवार्य होगा। अगर कोई ग्राहक नॉमिनी नहीं जोड़ना चाहता तो उसे लिखित में डिक्लरेशन देना होगा कि वह नॉमिनी नहीं जोड़ रहा है।
इससे बैंक के रिकॉर्ड में साफ रहेगा कि ग्राहक ने नॉमिनी को लेकर क्या फैसला किया है। साथ ही भविष्य में विवाद या दावा करने में पारदर्शिता बनी रहेगी।
पुराने खाताधारकों को भी ध्यान देना होगा
नया नियम सिर्फ नए खातों पर ही नहीं, पुराने अकाउंट होल्डर्स पर भी लागू होता है। अगर आपका पुराना सेविंग अकाउंट या FD है और उसमें नॉमिनी नहीं जुड़ा है तो आप तुरंत बैंक जाकर नॉमिनी जोड़ें। कई बैंक अपने ग्राहकों को SMS और नोटिस भेजकर भी यह अपडेट कर रहे हैं।
नॉमिनी न जोड़ने पर क्या नुकसान होगा?
मान लीजिए किसी खाताधारक का निधन हो जाता है और नॉमिनी नहीं जोड़ा गया है। तो फिर परिवार को बैंक बैलेंस लेने के लिए डेथ सर्टिफिकेट, लीगल हेयर सर्टिफिकेट और कोर्ट से सर्टिफिकेट बनवाना पड़ता है। इसमें कई महीने और पैसे खर्च हो सकते हैं। जबकि नॉमिनी होने पर बैंक सीधे उसी व्यक्ति को पैसा ट्रांसफर कर देता है।
कैसे जोड़ें बैंक खाते में नॉमिनी?
अब सवाल है कि बैंक खाते में नॉमिनी कैसे जोड़ें? इसके लिए आपको ज्यादा भागदौड़ की जरूरत नहीं।
स्टेप 1: अपने बैंक की ब्रांच में जाएं या नेट बैंकिंग लॉगिन करें।
स्टेप 2: नॉमिनी फॉर्म भरें या ऑनलाइन Nominee Add ऑप्शन चुनें।
स्टेप 3: आधार कार्ड, पहचान पत्र और रिश्ते का प्रमाण लगाएं।
स्टेप 4: बैंक अधिकारी से वेरिफाई करवाएं।
स्टेप 5: अपडेट होने पर SMS या ईमेल मिलेगा।
अब कई बैंक यह सुविधा मोबाइल बैंकिंग ऐप से भी दे रहे हैं, जिससे आप घर बैठे नॉमिनी जोड़ सकते हैं।
एक से ज्यादा नॉमिनी जोड़ सकते हैं?
हां, कई अकाउंट्स में आप एक से ज्यादा नॉमिनी भी जोड़ सकते हैं, जैसे जॉइंट अकाउंट या FD में। इसमें आप शेयर भी कर सकते हैं कि किस नॉमिनी को कितने प्रतिशत रकम जाएगी।
नॉमिनी बदलना चाहते हैं तो क्या करें?
अगर आप पहले से नॉमिनी जोड़ चुके हैं लेकिन अब उसे बदलना चाहते हैं तो इसके लिए भी प्रक्रिया बहुत आसान है। आप बैंक में जाकर नॉमिनी चेंज फॉर्म भरें और नया नॉमिनी जोड़ें। इसके बाद पुराने नॉमिनी का रिकॉर्ड कैंसिल हो जाएगा।
ऑनलाइन नॉमिनी अपडेट कैसे करें?
आजकल SBI, HDFC, ICICI जैसे बड़े बैंक ऑनलाइन नॉमिनी जोड़ने की सुविधा देते हैं। इसके लिए:
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नेट बैंकिंग में लॉगिन करें।
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Request & Enquiry सेक्शन में जाएं।
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Add/Modify Nominee पर क्लिक करें।
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जरूरी जानकारी भरें और Submit करें।
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ओटीपी वेरिफिकेशन के बाद नॉमिनी अपडेट हो जाएगा।
नए नियम से ग्राहकों को क्या फायदा?
परिवार को बैंक से पैसे निकालने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
लंबी कानूनी प्रक्रिया से बच जाएंगे।
पारदर्शिता बनी रहेगी।
फ्रॉड या गलत क्लेम की संभावना कम होगी।
ग्राहक की जमा पूंजी सुरक्षित हाथों में जाएगी।
निष्कर्ष
RBI ने यह बदलाव ग्राहकों के हित में किया है ताकि बैंक खातों में पारदर्शिता बढ़े और परिवार को भविष्य में मुश्किलों का सामना न करना पड़े। अगर आपने अब तक अपने बैंक खाते में नॉमिनी नहीं जोड़ा है तो देर मत कीजिए। तुरंत बैंक जाएं या नेट बैंकिंग से ही जोड़ दें।
आखिरकार आपकी मेहनत की कमाई आपके परिवार के लिए ही है – तो उसे सुरक्षित रखने में कोई कसर न छोड़ें।