यूपी के इन शहरों में औंधे गिरे प्रॉपर्टी के रेट, इस शहर में बढ़ीं रियल एस्टेट की कीमतें रिकॉर्ड पर

उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट सेक्टर हमेशा से चर्चा में रहा है। एक तरफ कई शहरों में प्रॉपर्टी के दामों में गिरावट दर्ज की गई है तो दूसरी तरफ कुछ शहर ऐसे हैं जहां रियल एस्टेट की कीमतों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अगर आप भी यूपी में घर, प्लॉट या फ्लैट खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है।

आइए जानते हैं कहां सस्ती हो रही है जमीन और कहां आसमान छू रही हैं प्रॉपर्टी की कीमतें।

यूपी के किन शहरों में गिरे प्रॉपर्टी रेट्स?

उत्तर प्रदेश के कई छोटे और मझोले शहरों में पिछले कुछ महीनों में प्रॉपर्टी की कीमतों में अच्छी-खासी गिरावट देखी गई है। इसके पीछे कई वजहें मानी जा रही हैं जैसे कि इंफ्रास्ट्रक्चर में स्लोडाउन, मांग में कमी और नई सरकारी नीतियां।

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इन शहरों में ज्यादा गिरावट

कानपुर: यूपी के औद्योगिक शहर कानपुर में पिछले 1 साल में रेसिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी रेट्स में औसतन 10-15% की गिरावट देखी गई है।

झांसी: बुंदेलखंड क्षेत्र का बड़ा शहर होने के बावजूद झांसी में प्रॉपर्टी डिमांड घटी है, जिसकी वजह से कीमतें गिरी हैं।

इलाहाबाद (प्रयागराज): प्रयागराज में भी पुराने इलाकों में प्रॉपर्टी रेट्स स्थिर रहने के बजाय गिर गए हैं।

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गोरखपुर: यहां भी नए प्रोजेक्ट्स की धीमी रफ्तार के कारण रेट्स में गिरावट आई है।

वजह क्या है प्रॉपर्टी रेट्स के गिरने की?

कोविड के बाद स्लोडाउन: महामारी के बाद कई लोगों ने मेट्रो शहरों की तरफ रुख कर लिया जिससे छोटे शहरों में मांग घटी।
इंफ्रास्ट्रक्चर में देरी: कई जगहों पर रोड, बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं में देरी से लोग निवेश से हिचक रहे हैं।
नई नीतियां: रियल एस्टेट में सख्ती से लागू हो रही RERA और टैक्स नियमों ने भी कई बिल्डर्स को प्रोजेक्ट स्लो करने पर मजबूर किया।

अब कौन सा शहर बना रियल एस्टेट हॉटस्पॉट?

जहां एक तरफ यूपी के कई शहरों में प्रॉपर्टी के रेट्स गिरे हैं, वहीं एक शहर ऐसा है जिसने कीमतों के मामले में रिकॉर्ड बना दिया है — वो है नोएडा।

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नोएडा: कीमतों में जबरदस्त उछाल

नोएडा में पिछले एक साल में प्रॉपर्टी के रेट्स में 20-30% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सेक्टर 150, सेक्टर 62 और सेक्टर 75 जैसे पॉश इलाकों में फ्लैट्स और कमर्शियल प्रॉपर्टी की डिमांड लगातार बढ़ रही है।

नोएडा में रेट्स क्यों बढ़े?

बेहतर कनेक्टिविटी: दिल्ली से सीधा कनेक्शन, मेट्रो नेटवर्क और एक्सप्रेसवे के कारण नोएडा निवेशकों की पहली पसंद बना हुआ है।

नए प्रोजेक्ट्स: कई बड़े ग्रुप्स के नए हाउसिंग और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स ने डिमांड को और बढ़ाया है।

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इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट: जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी जैसे प्रोजेक्ट्स से लोगों को उम्मीद है कि नोएडा आने वाले वक्त में और भी फायदे का सौदा साबित होगा।

कहां कितनी बढ़ोतरी?

नोएडा के सेक्टर 150 में 1 साल पहले जहां रेट्स 5000-5500 रुपये प्रति स्क्वायर फीट थे, वहीं अब यही रेट 6500-7000 रुपये प्रति स्क्वायर फीट तक पहुंच चुके हैं। सेक्टर 75, सेक्टर 137 और सेक्टर 62 में भी यही ट्रेंड देखा जा रहा है।

निवेशकों के लिए क्या मौका?

अगर आप निवेश की सोच रहे हैं तो ये वक्त आपके लिए खास है। जिन शहरों में रेट्स गिरे हैं वहां आप सस्ती डील पकड़ सकते हैं। वहीं अगर आप लंबी अवधि का फायदा चाहते हैं तो नोएडा जैसे शहरों में निवेश करना बेहतर रहेगा।

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कहां सस्ता घर खरीदना सही रहेगा?

 छोटे शहरों में प्रॉपर्टी फिलहाल सस्ती है — जैसे झांसी, कानपुर या गोरखपुर में कम बजट में अच्छी डील मिल सकती है।
 वहां आपको बड़ी जमीन या बड़ा फ्लैट कम दाम में मिल सकता है।
 अगर आप रिटायरमेंट या खुद के रहने के लिए घर लेना चाहते हैं तो ये शहर अच्छे ऑप्शन हैं।

कहां सावधानी रखें?

अगर आप प्रॉपर्टी में पैसा लगाने जा रहे हैं तो ये बातें ध्यान रखें:
 RERA रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट ही खरीदें।
 बिल्डर की पोजिशन, डिलीवरी रिकॉर्ड जरूर चेक करें।
 बैंक लोन की वैलिडिटी, अप्रूवल डॉक्युमेंट्स की जांच करें।
 लोकेशन में आने वाले 5-10 साल का ग्रोथ प्लान जरूर देख लें।

प्रॉपर्टी के रेट्स में बदलाव का सीधा असर किस पर?

प्रॉपर्टी के दामों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर आम आदमी, निवेशक और बिल्डर — तीनों पर पड़ता है। जिन शहरों में रेट्स गिरे हैं वहां मकान खरीदना सस्ता होगा लेकिन बिल्डर्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं जिस शहर में रेट्स बढ़े हैं, वहां निवेशक को अच्छा रिटर्न मिलेगा लेकिन मकान खरीदने वाला परेशान होगा।

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रियल एस्टेट में आगे क्या उम्मीद?

विशेषज्ञों की मानें तो 2025 तक यूपी के कई शहरों में फिर से प्रॉपर्टी की डिमांड बढ़ सकती है। नोएडा और लखनऊ जैसे शहरों में बड़े प्रोजेक्ट्स की वजह से कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। छोटे शहरों में भी सरकार की स्मार्ट सिटी योजना से इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरने की उम्मीद है।

निष्कर्ष

तो कुल मिलाकर अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं तो पहले अपने बजट और शहर की ग्रोथ को जरूर परखें। यूपी में जहां एक तरफ कई शहरों में प्रॉपर्टी के रेट्स औंधे गिरे हैं, वहीं नोएडा जैसे शहर ने रिकॉर्ड तोड़ कीमतों से निवेशकों को बड़ा फायदा दिया है। सही जानकारी, सही वक्त और सही जगह — यही रियल एस्टेट में फायदे का सबसे बड़ा मंत्र है।

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