देशभर के ट्रेन यात्रियों के लिए 1 जुलाई की सुबह एक नई खबर लेकर आई है। अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आज से आपकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा। भारतीय रेलवे ने प्रति किलोमीटर (Per KM) किराए में बढ़ोतरी कर दी है। इससे लाखों यात्री प्रभावित होंगे।
आइए विस्तार से जानते हैं कि नया किराया कितना बढ़ा है, किन ट्रेनों पर लागू होगा और क्यों रेलवे को यह कदम उठाना पड़ा।
क्यों बढ़ाया गया ट्रेन का किराया?
भारतीय रेलवे समय-समय पर किराया संशोधन करता है ताकि संचालन लागत, ईंधन मूल्य और रखरखाव खर्चों की भरपाई हो सके। इस बार भी रेलवे ने बढ़ते खर्चों और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए किराया बढ़ाने का फैसला लिया है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, डीजल के दाम, इंजन और डिब्बों की मेंटेनेंस लागत में बढ़ोतरी और नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के कारण रेलवे के खर्च में इजाफा हुआ है। इसके चलते प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाना जरूरी हो गया था।
अब कितना बढ़ा है किराया प्रति KM?
रेलवे ने सामान्य और AC कोच के किराए में प्रति किलोमीटर औसतन 2% से 5% तक बढ़ोतरी की है। उदाहरण के लिए:
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स्लीपर क्लास: पहले जहां 50 KM का सफर करीब ₹150 में पड़ता था, अब उसमें ₹5 से ₹10 तक का इजाफा होगा।
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AC क्लास: AC 3-Tier या AC 2-Tier में प्रति KM किराया पहले के मुकाबले 5% तक ज्यादा देना होगा।
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जनरल टिकट: अनारक्षित श्रेणी में भी थोड़ा किराया बढ़ा है ताकि बेसिक सुविधाएं बेहतर की जा सकें।
ध्यान रहे कि यह बढ़ोतरी रूट और ट्रेन के हिसाब से थोड़ी अलग हो सकती है। एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, राजधानी, शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में यह बढ़ोतरी अधिक महसूस होगी।
किन यात्रियों पर पड़ेगा असर?
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डेली पैसेंजर्स (दफ्तर जाने वाले, छोटे सफर करने वाले)
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लंबी दूरी के यात्री (राजधानी, दुरंतो, शताब्दी जैसी ट्रेनों में)
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छुट्टी या त्योहारों पर सफर करने वाले
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सामान्य जनरल टिकट से यात्रा करने वाले लोग
इस बदलाव से हर किसी की जेब पर असर पड़ेगा लेकिन साथ ही रेलवे ने भरोसा दिलाया है कि इससे मिलने वाली अतिरिक्त राशि को यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने में खर्च किया जाएगा।
किस ट्रेन पर कितनी बढ़ोतरी?
रेलवे ने कोई एक समान चार्ज नहीं रखा है। रूट, दूरी और ट्रेन कैटेगरी के हिसाब से यह बढ़ोतरी अलग-अलग होगी। जैसे कि दिल्ली से मुंबई के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस में लंबी दूरी के कारण बढ़ोतरी ज्यादा महसूस होगी।
कुछ राज्यों ने पहले से ही अपने सर्कल रेट और स्टेशन चार्ज भी बढ़ा रखे हैं, इसलिए इनका कुल असर टिकट पर दिखेगा।
रेलवे ने क्या दी सफाई?
रेल मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, यह बढ़ोतरी जरूरी थी ताकि रेलवे को ऑपरेशनल घाटा कम करने में मदद मिले। साथ ही, पटरियों की मरम्मत, स्टेशन के आधुनिकीकरण और नई ट्रेन सुविधाओं के लिए भी फंड की जरूरत होती है।
रेलवे ने कहा है कि किराया बढ़ाने के बावजूद अभी भी भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे सस्ती रेलवे सेवाओं में शामिल है।
क्या किराया बढ़ोतरी से जुड़े नियम बदलेंगे?
कुछ यात्रियों को लगता है कि किराया बढ़ने के बाद कन्फर्म टिकट, वेटिंग टिकट और रिफंड नियमों में भी बदलाव होंगे। फिलहाल ऐसा कोई बदलाव नहीं किया गया है। पुराने टिकट रूल्स ही लागू रहेंगे।
यात्रियों के लिए जरूरी सलाह
अगर आप नियमित यात्रा करते हैं तो अब यात्रा बजट में इस बदलाव को भी शामिल करें। ऑनलाइन टिकट बुक करते समय रूट के हिसाब से किराया चार्ट जरूर चेक करें ताकि आपको नई बढ़ी हुई राशि पता चल सके।
कहां मिलेगा सही किराया?
रेलवे ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट www.irctc.co.in और सभी रिजर्वेशन काउंटर पर अपडेटेड किराया चार्ट जारी कर दिया है। IRCTC ऐप से टिकट बुक करने वालों को भी नई दरें नजर आएंगी।
क्या किराया फिर से बढ़ सकता है?
रेलवे ने संकेत दिए हैं कि फिलहाल इस वित्त वर्ष में दोबारा किराया बढ़ाने की कोई योजना नहीं है। हालांकि डीजल-पेट्रोल की कीमतें और महंगाई बढ़ी तो स्थिति पर विचार किया जा सकता है।
निष्कर्ष
1 जुलाई से लागू किराया बढ़ोतरी से ट्रेन सफर थोड़ा महंगा जरूर हुआ है लेकिन रेलवे का कहना है कि यह कदम यात्रियों को बेहतर सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाएं देने के लिए जरूरी था।
अगर आप भी रेलवे से जुड़े अपडेट्स चाहते हैं तो रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट, ऐप और समाचारों पर नजर बनाए रखें।