नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में ₹5 के सिक्कों को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। देशभर में ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि दुकानदार और ग्राहक ₹5 के पुराने सिक्के को नकली बताकर लेने से मना कर रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए RBI ने साफ कहा है कि ₹5 का सिक्का पूरी तरह वैध मुद्रा है और कोई भी दुकानदार या संस्था इसे लेने से इनकार नहीं कर सकती। ऐसा करना कानूनन दंडनीय अपराध हो सकता है।
क्या है पूरा मामला?
हाल के महीनों में कई राज्यों से खबरें आईं कि बाजारों में दुकानदार ₹5 के सिक्के को नकली कहकर ग्राहकों से लेने से मना कर रहे हैं। इससे न केवल आम जनता परेशान हो रही थी, बल्कि आर्थिक लेन-देन में भी रुकावटें आ रही थीं। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए RBI ने स्पष्ट रूप से बयान दिया है कि ₹5 का सिक्का पूरी तरह वैध है और इसका उपयोग लेन-देन में किया जा सकता है।
RBI की चेतावनी
रिजर्व बैंक ने साफ किया है कि कोई भी दुकानदार या संस्था यदि ₹5 के सिक्के को स्वीकार नहीं करती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। ऐसे मामलों में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज हो सकता है और दोषी पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
RBI के अनुसार, “भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए सभी सिक्के – चाहे वे ₹1, ₹2, ₹5, ₹10 या ₹20 के हों – कानूनी रूप से मान्य मुद्रा हैं और हर जगह चलने योग्य हैं।”
ग्राहकों और दुकानदारों को क्या करना चाहिए?
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ग्राहकों को चाहिए कि वे ₹5 के सिक्के को किसी भी दुकानदार को देने में झिझक न करें।
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दुकानदारों को भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी वैध सिक्के को लेने से मना नहीं करना चाहिए।
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यदि कोई व्यक्ति ₹5 का सिक्का नहीं लेता है, तो ग्राहक सीधे RBI या जिला प्रशासन में शिकायत दर्ज कर सकता है।
₹5 के सिक्कों को लेकर अफवाहें क्यों फैलती हैं?
बहुत से लोगों में यह भ्रम है कि कुछ पुराने डिज़ाइन वाले सिक्के नकली हो सकते हैं। लेकिन RBI ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी अधिकृत रूप से जारी किए गए ₹5 के सिक्के, चाहे वे किसी भी वर्ष के क्यों न हों, पूरी तरह मान्य हैं।
निष्कर्ष
भारतीय रिजर्व बैंक की यह पहल ग्राहकों और व्यापारियों दोनों के हित में है। ₹5 के सिक्के को नकारने की प्रवृत्ति न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह अर्थव्यवस्था में असंतुलन भी पैदा कर सकती है। अब जरूरी है कि ग्राहक और दुकानदार दोनों जागरूक बनें और किसी भी वैध मुद्रा को अपनाने में हिचकिचाहट न दिखाएं।